धनतेरस 2025: शुभ मुहूर्त, महत्व, खरीदारी के नियम और धन की बरकत के उपाय
धनतेरस 2025: शुभ मुहूर्त, महत्व, खरीदारी के नियम और धन की बरकत के उपाय
जानिए धनतेरस 2025 की तारीख, शुभ मुहूर्त, महत्व, खरीदारी की परंपराएँ और धन की बरकत बढ़ाने के अचूक उपाय। इस पोस्ट में पढ़ें धनतेरस का इतिहास और आधुनिक समय में इसका महत्व।
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🌟 धनतेरस क्या है?
धनतेरस हिंदू धर्म का एक अत्यंत शुभ और मंगलमय पर्व है, जो दीपावली के त्योहार की शुरुआत का संकेत देता है। इस दिन धन के देवता भगवान कुबेर, धनवंतरि देव और माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
शास्त्रों में कहा गया है कि धनतेरस के दिन जो व्यक्ति सच्चे मन से पूजा करता है और शुभ वस्तुओं की खरीदारी करता है, उसके घर में साल भर समृद्धि और सौभाग्य बना रहता है।
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📅 धनतेरस 2025 की तारीख और शुभ मुहूर्त
धनतेरस की तारीख: 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार)
Trayodashi Tithi शुरू: 19 अक्टूबर 2025 को शाम 6:40 बजे
Trayodashi Tithi समाप्त: 20 अक्टूबर 2025 को शाम 5:10 बजे
पूजा का शुभ मुहूर्त: शाम 6:45 बजे से रात 8:15 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:45 बजे से 12:30 बजे तक
इन शुभ समयों में लक्ष्मी पूजा और धनवंतरि देव की आराधना करने से धन की प्राप्ति होती है और नकारात्मकता दूर होती है।
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🪙 धनतेरस का इतिहास और पौराणिक कथा
धनतेरस का संबंध दो प्रमुख कथाओं से माना जाता है।
1. समुद्र मंथन की कथा
जब देवताओं और असुरों ने समुद्र मंथन किया, तो सबसे पहले धनवंतरि देव अमृत कलश लेकर प्रकट हुए। इसलिए इस दिन को “धन” (धनवंतरि) और “तेरस” (त्रयोदशी तिथि) कहा जाता है। इसी कारण इसे आयुर्वेद और स्वास्थ्य का दिन भी माना जाता है।
2. राजकुमार और सर्प की कथा
एक और कथा के अनुसार, एक राजा के पुत्र की शादी के चौथे दिन उसके मरने की भविष्यवाणी थी। लेकिन उसकी पत्नी ने धनतेरस की रात को दीपक जलाकर और सोने-चाँदी के आभूषणों का ढेर लगाकर घर के द्वार पर रोशनी फैलाई। जब यमराज सर्प के रूप में आए, तो वो तेज रोशनी से वापस लौट गए। तब से यह दिन “यमदीपदान” के रूप में भी मनाया जाता है।
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💰 धनतेरस पर खरीदारी का महत्व
धनतेरस को नई वस्तुएं खरीदने का सबसे शुभ दिन कहा जाता है।
ऐसा माना जाता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तु घर में धनवृद्धि का प्रतीक बनती है।
यहां कुछ वस्तुएं दी गई हैं जो इस दिन खरीदने के लिए शुभ मानी जाती हैं:
🪙 1. सोना और चाँदी
धनतेरस पर सोना-चाँदी खरीदना बहुत शुभ होता है। यह समृद्धि और स्थायित्व का प्रतीक है।
🪔 2. पीतल या तांबे के बर्तन
धनतेरस पर बर्तन खरीदना भी शुभ माना गया है। ध्यान रखें कि नया बर्तन खरीदते समय उसमें कुछ मिठाई या चावल डालें।
🧿 3. झाड़ू
यह साफ-सफाई का प्रतीक है और माना जाता है कि यह घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
🌾 4. धनिया के बीज
धनतेरस की पूजा में धनिया के बीज खरीदकर पूजा करना और फिर उन्हें बोना सालभर सुख-समृद्धि लाता है।
💡 5. इलेक्ट्रॉनिक्स और वाहन
आधुनिक समय में लोग इस दिन नई गाड़ियाँ, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएँ और बिजनेस से जुड़ी चीजें भी खरीदते हैं ताकि व्यवसाय में वृद्धि हो।
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🪔 धनतेरस पूजा विधि
1. घर की सफाई करें: सुबह से ही पूरे घर को साफ करें, क्योंकि माँ लक्ष्मी स्वच्छ घर में ही प्रवेश करती हैं।
2. लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति स्थापित करें: शाम के समय ईशान कोण में माँ लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति रखें।
3. दीप जलाएँ: घर के हर कोने में दीपक जलाएँ ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो।
4. मंत्र जाप करें:
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः”
इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
5. नैवेद्य अर्पण करें: मीठा, फल और धनिया के बीज अर्पित करें।
6. यमदीपदान करें: घर के बाहर दक्षिण दिशा में एक दीपक जलाना न भूलें।
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🧘♂️ धनतेरस और स्वास्थ्य का संबंध
धनतेरस को आयुर्वेद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
भगवान धनवंतरि को आयुर्वेद का जनक माना जाता है।
इस दिन आयुर्वेदिक औषधियाँ, जड़ी-बूटियाँ या कोई स्वास्थ्य संबंधी वस्तु खरीदना शरीर के लिए शुभ होता है।
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🌼 धनतेरस के दिन क्या करें और क्या न करें
✔️ क्या करें
भगवान धनवंतरि, माँ लक्ष्मी और यमराज की पूजा करें।
घर में नई वस्तुएँ, बर्तन या आभूषण खरीदें।
गरीबों को दान करें और जरूरतमंदों की सहायता करें।
दीपक जलाएँ और घर को रोशनी से सजाएँ।
❌ क्या न करें
इस दिन उधार न दें और न ही किसी से पैसे उधार लें।
गंदगी या अव्यवस्था न रखें।
किसी के साथ झगड़ा या कटु शब्दों का प्रयोग न करें।
काले रंग की वस्तुएँ न खरीदें।
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🌕 धनतेरस और दीपावली का संबंध
धनतेरस दीपावली की पहली कड़ी है। इसके बाद नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजा (दीपावली), गोवर्धन पूजा, और भाई दूज मनाई जाती है।
इस दिन से शुरू होकर पाँच दिन तक पूरा वातावरण दिव्यता, उत्साह और समृद्धि से भर जाता है।
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🌿 धनतेरस पर विशेष उपाय (Vastu & Astro Tips)
1. घर के मुख्य द्वार पर स्वस्तिक बनाएं।
2. तुलसी के पास दीपक जलाएँ।
3. लक्ष्मी जी के चरणों के निशान दरवाज़े से अंदर की ओर बनाएं।
4. अपने पर्स में एक रुपया या चांदी का सिक्का रख लें।
5. धनिया के बीज पूजा में अवश्य शामिल करें।
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🧿 धनतेरस 2025: आधुनिक युग में बदलता रूप
पहले जहां लोग सिर्फ सोना-चाँदी या बर्तन खरीदते थे, आज लोग डिजिटल गोल्ड, ऑनलाइन शॉपिंग, और वित्तीय निवेश (mutual funds, SIPs) को भी शुभ मानते हैं।
इस दिन नई शुरुआत करना बेहद शुभ होता है — चाहे वह बिजनेस हो, घर की खरीदारी, या किसी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत।
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🌺 निष्कर्ष: धन और सेहत दोनों का पर्व
धनतेरस केवल सोने-चाँदी खरीदने का दिन नहीं है, बल्कि सेहत, सुख और समृद्धि का प्रतीक है।
अगर हम इस दिन सच्चे मन से पूजा करें, स्वच्छता रखें और दूसरों की मदद करें, तो निश्चित रूप से लक्ष्मी माँ की कृपा हम पर बनी रहती है।
धनतेरस 2025 आपके जीवन में असीम धन, स्वास्थ्य और खुशियाँ लेकर आए — यही शुभकामना! 🌸
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